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लहरों से सामना face the waves

समुद्र किनारे बैठकर जब मैं उन लहरों को देखता हूं,  पहली लहर जो मेरे पांव तक ना पहुंच सके दूसरी लहर थोड़ी धीरे से बढ़कर मेरे पांव को छूते हुए,  और तीसरी लहर  जिसमें मेरे दोनों पाँव उस समु…

मैं राष्ट्रवादी हूं i'm a nationalist

मैं राष्ट्रवादी हूं राष्ट्र का गुणगान करता हूं देश में पल रहे बढ़ रहे देश विरोधियों से लड़ता हूं  मेरी विचारधारा इतनी कठोर है, जड़ों तक जो है समाए इस विचारधारा को अपनाना आसान नहीं जिससे…

आखिर कातिल कौन है who is the murderer after all

क्या यह कलयुग की शुरुआत है?  या अंत? हमने देखा कैसे महामारी में इंसान इंसान को मारने के लिए अनेकों प्रयत्न करता रहा,   वह व्यक्ति चाहता है सिर्फ खुद और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कुछ …

सिस्टम का खेल System games

जो गुलाम थे आज भी गुलामी में जी रहे हैं  सत्ता तक पहुंचाने वाले अभी तक अंधेरे में ही रहे है  विचारों से गुलामी, सोच में नाकामी  मौत की भीड़ में, जनतंत्र की हानि  संक्रमण फैलाते, छुपते …

मुझे ऑक्सीजन चाहिए I need oxygen

ऑक्सीजन हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण है यह हम स्कूल में से पढ़ते आ रहे हैं,  पर आज देश और दुनिया की क्या स्थिति है आप जानते ही हैं, ऑक्सीजन की जरूरत क्या हमे अभी से महसूस होने लगी है…

महामारी की गंभीरता Epidemic severity

जो भी भीड़ का हिस्सा होते या फिर किसी भीड़ में शामिल होते हैं चाहे वह समर्थित हो चाहे वह विरोध करने वाले हो चाहे वह किसी धार्मिक संगठन से जुड़े हो,  अगर इस महामारी को फैलाने  से यह लोग ज…

चुनावी नेता या अभिनेता Election leader or actor

यहां न्याय, न्याय नहीं धर्म है, ये तुम्हारा भ्रम है  कहने में जो शर्म है, यही तुम्हारे कर्म है  बुद्धिमान झुकते हैं ताकतवरों के आगे  जो हमको समझाते वह खुद ही नहीं समझ पाते  ज्ञानी होकर…

बेरोज़गारी और अर्थव्यवस्था Unemployment and economy

कई बंद पड़ी फैक्ट्रियों के ताले खुल चुके हैं और कई फैक्ट्रियों के ताले में जंग लग चुका है,  रोजगार की  जरूरतों को पूरा करने के लिए  एक इंसान किस स्तर तक अपने आप को गिरा देता है यह वही जा…

शब्दों की मर्यादा Decorum

वो मुझे अपशब्द कहते हैं कोसते हैं  मन में भरी हुई कड़वाहट को जुबान से बोलते हैं  मेरे पीछे मेरी ही बुराई दुश्मन हजार अनेक परछाई  यह काली जुबान से है बदनाम   आज मेरा है नाम जो कभी नहीं थ…

में हूँ जोकर I'm clown

जो कुछ भी कर सके वह है जोकर  सारे दुखों को खुशी में बदल देता है,  खुद गम में रहकर भी वो हंस देता है,   में जो भी करूं मैं कुछ भी करूं,  क्यों ना मैं जोकर बनूँ   चेहरे के पीछे की मुस्कुराह…
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