काट छांट के बांट बांट के
रास्ते चले हैं नाप नाप के
साथ साथ के हाथ हाथ के
दे रहे हैं बिना बात के
जात पात के बांट बांट के छांट छांट के
बोल रहे हैं बिना बात के
ये रास्ता है मेरा जिधर मैं चल रहा हूं
किस्मत पे है भरोसा उधर पहुंच रहा हूं
ये उम्मीद मेरी ये हिम्मत है तेरी
ये दुआओं में मेरी ये गर्दिश में तेरी है किस्मत
जगा इसे बुला इसे उठाकर तू थाम हाथ इसे
सजा दे तू हर उस समय को
जो तेरे लिए ना रुक सका
तो पछतावा हो कर भी क्या पछतावा हो जाएगा
जो समय बीत गया सजा देने से वापस आएगा
समय समय हर समय
करता रहा तू बस समय
यह वापस ना आता यह तुझको रुलाता
सारे गमों को फिर से जगाता
यह नियत यह खोट फिरसे दिखाता
दिखाता सिखाता समय है बताता
तुझे यह रुलाता फिर से बताता
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