चीन दूसरों को क्यों डराता है
असल में वह एक छोटे बच्चे के समान है
जब वह डर जाता है तब वह डराता है
वह चारों दिशाओं में भागता है
अगर गलती की होगी तो पिटाई भी वही खाता है
हमारी सीमाएं हमारी पहचान है ,
देश के वीरों का इसमें योगदान है
वह बच्चा हमसे आकर क्या लूटेगा कुछ
जिसके पास पहले से ही लूटा हुआ सामान है !
फिर भी लालच उसे इस और खींच लाए इधर
पिटाई भी वैसी होगी और रंग बदल जाएगा
जब वह बच्चा घर पहुंचेगा तो
उसका चेहरा दूसरों से अलग नजर आएगा
ये चीन छोटा बच्चा है नादान है
अगर गलती दोहराता है तो उसका "घमंड है अभिमान है"
एक बार गलती करे तो छोड़ दिया जाता है
बार बार करे तो हाथ मरोड़ दिया जाता है
कुछ नादानियां भूलवश करता है और
कुछ जानबूझकर ये समझना चाहता है
कौन इसे डांटता है ये उन्हें पहचानता है
सभी को तभी आक्रामकता नहीं दिखाता है
क्योंकि ये पहले भी पिट चुका है ,
और हमेशा पिटता जाता है
ये चीन एक छोटा बच्चा है नादान है
गलतियां दोहराता जाए
इसे पड़ोसी होने के नाते सजा देना जरूरी भी है
और समान है
चीन अपनी रणनीति फिर से शुरू कर रहा है देश पहले ही संक्रमण से जूझ रहा है पर चीन की विस्तार वादी नीतियां कभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है कई देशकी चीन से नाराजगी है क्योंकि वह अपनी आर्मी के द्वारा कई सारे देशों में कई जमीनों को हड़प चुका है परंतु भारत की तरफ अगर उसने दोबारा से नजर उठाई तो इस युद्ध में चीन का अंत संभव है
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