2020 का साल सबसे भयावह स्थिति से गुजर रहा है, पहले कोरोनावायरस , उसके बाद टिड्डी दल का हमला जो कि आफ्रीका से चलकर कई देशों से होते हैं भारत की ओर आया ,
और इसी दौरान कई सारे और वायरस का पता चला जिनकी जड़ें चीन में ही मौजूद थी, क्या यह कोई साजिश हो सकती है विश्व की जनसंख्या कम करने के लिए ? या चीन के द्वारा लिया गया बड़ा निर्णय, जिससे दूसरे देशों को बगैर हथियार के ही खत्म किया जाए !
बायोलॉजिकल हथियार यह कई तरीके के हो सकते हैं और लैब में यह निर्मित होते हैं, यह कई सारे मनुष्य के द्वारा बनाए जाते हैं, और कुछ तो पहले से ही कई जीव जंतुओं में मौजूद है इसीलिए कई धर्मों में जानवरों को खाना मनुष्य के लिए सही नहीं कहा गया है, तो अब हम बात करते हैं चीन और अमेरिका के रिश्तो में कड़वाहट भर जाना, पहले हम अमेरिका की बात करते हैं जहां इसी साल चुनाव है, अमेरिका के राष्ट्रपति को यह लगता है कि इस चुनाव में एक नया मुद्दा तैयार करना पड़ेगा, जिससे कि आम लोगों का ध्यान कोरोना वायरस संक्रमण से हट जाए और वो अपनी सरकार से पूछने की बजाए यह पूछे, कि हमने चीन के खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं की,
लोग विकल्प देख रहे हैं, और विकल्प उनके पास सिर्फ एक ही है, दूसरी ओर चीन के द्वारा अपनाए गए कई तरह के निर्णय जैसे कि भारत और अन्य देशों की सीमाओं पर तनाव उत्पन्न करना, जिससे वो अपनी शक्ति प्रदर्शन को जाहिर कर सकें, आज का जो चीन है वो अमेरिका की ही देन है, कई देशों से अमेरिका ने अपने रिश्ते खराब किए है, उन देशों से चीन और रूस ने अपने रिश्ते अच्छे किए हैं अमेरिका एक गलती हमेशा करता रहा वो खुद को सर्वशक्तिमान समझता रहा, और इसी घमंड में उसने अपने कई दुश्मन पैदा कर दिए, कमजोर देशों को सजा देना उन पर अपना आधिपत्य जमाना, यह अमेरिका की आदत थी, और दूसरी और वह चीन द्वारा दूसरे देशों के साथ व्यापार बढ़ाना, उन्हें चीन की ओर खींच लाया, आज का युग दो गुटों में बढ़ चुका है, अगर आने वाले भविष्य में कोई युद्ध होता है तो चीन के साथ उसके मित्र देश कई सारे होंगे, पर अमेरिका के साथ सिर्फ कुछ चुनिंदा देश होंगे जो उसे सर्वशक्तिमान मानते हैं, और उसकी चाटुकारिता करते हैं ,
अगर मान लीजिए चीन और अमेरिका युद्ध की स्थिति से गुजरते हैं, तो रूस हमेशा चीन के साथ ही जाएगा
और यह बहुत विध्वंस कारी होगा अमेरिका के लिए, क्योंकि अमेरिका और उसके सहयोगी देश इन दो देशों का सामना अकेले नहीं कर पाएंगे , अमेरिका कई तरीके से कई देशों को गुमराह करता है जैसे AREA 51, या एलियंस की मौजूदगी, ऐसे कई अफवाहें बनाई गई हैं अमेरिका के ऊपर ,
और इससे फायदा भी होता है, क्योंकि कई लोग यह सोचते हैं कि अमेरिका के पास एलियन टेक्नोलॉजी है, या कोई ऐसा एडवांस वेपन जो किसी के पास ना हो ,
मैं आपको बता दूं कि चीन और रूस भी कम नहीं है, ऐसे सभी देश कहीं ना कहीं किसी प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं, और वह प्रोग्राम सिर्फ युद्ध के समय ही जाहिर किया जाता है, आप में हम सब वो तकनीक सिर्फ युद्ध के समय ही देख पाएंगे जो कि हमने कभी कल्पना भी नहीं की होगी, ऐसी अनेकों चीजें हो सकती हैं जो कि किसी देश की सभ्यता को को पल भर में खत्म कर दे, हमें सिर्फ यह पता है कि जब विश्वयुद्ध शुरू हुआ था तब अनेकों ऐसी चीजें निकली थी बाहर जो कि किसी आम आदमी ने कभी जिंदगी में देखी तक नहीं थी टैंक , मिसाइलें ,और ऐसे ही अन्य कई हथियार जो कि काफी ज्यादा मददगार साबित हुए युद्ध को जीतने में, पर आज के दौर में क्या है ? हमें नहीं पता बढ़ते हुए तनाव के बीच में दोनों देश क्या निर्णय लेते हैं, इसका असर उन देशों पर भी होगा जो इस युद्ध में शामिल नहीं होंगे और इनको परवाह भी नहीं होगी, क्योंकि इनके लिए वो छोटे देश मात्र एक गुलाम है,
गलती किसी की भी हो पर अभी कोरोनावायरस महामारी से पूरे विश्व में लोग मर रहे हैं, और इस महामारी के बाद ही यह सब निर्णय होने चाहिए थे कि गलती किसकी है, कई लोग इससे अपनी सत्ता चमका रहे हैं, कई लोग इसे अवसर रूप मानकर अपनी सेना की ताकत जाहिर कर रहे हैं, मैं बात कर रहा हूं अमेरिका और चीन मै अगर युद्ध शुरू होता भी है तो हम वो हथियारों की नुमाइश देखेंगे, जो आज तक हमने कल्पना मात्र भी शायद ना की हो !!
ऐसे ही अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए हमसे जुड़े रहे धन्यवाद
एक टिप्पणी भेजें
एक टिप्पणी भेजें
if you give some suggestion please reply here