भक्तों की कतार लगी पड़ी है ,
चुनावी नैया उस पार लगी पड़ी है
जीत का भरोसा है , भक्तों ने ही कोसा है
ये आत्मविश्वास है , जीतना ही खास है
ये भक्त वो नहीं जो आप सोचते हो
कुछ भी कर गुजर जाए , जिसे आप रोकते हो
दिख जाएगा भक्त आपको हर गलियारे में
ये भक्त पैदा होता है , कट्टरता के अंधियारे में
सुनता ना ये किसी की , करे बस अपने मन की
चिपकाए ये बातें जो हो झूठी अफवाहें
इसे ना मतलब किसी से ये है कट्टरवादी
बन ना जाए ये कहीं देश का आतंकवादी
बदल रहा है ये सोच सबकी , IT CELL है नाम इसका
पहचानना है आसान इन्हें ,
RETWEET मारना काम है इनका
जीत हार का फेरबदल , अब ये निर्धारित करेंगे क्या
चुनाव से पहले सोच बदलने की कोशिश , ये करेंगे क्या
आप जानते , चुनाव मानते , वोट की अहमियत को पहचानते
चुनाव को बदलने का हौसला ये रखते हैं
आपकी सोच में झूठ घोलने की ताकत ,यह रखते हैं
हमेशा रखें स्थिर सोच झूठ नहीं आएगा
और आएगा भी तो पांव नहीं फैलाएगा !!
यह सभी उन लोगों के लिए है जो बिना किसी सोच-विचार के पार्टी द्वारा दिए गए निर्णय को सही एवं सर्वोच्च मानते हैं वे उसके खिलाफ कुछ बोलते नहीं है क्योंकि वो अंधभक्ति में डूब चुके हैं आम आदमी के लिए सिर्फ वो एक प्रचारक है यह किसी एक पार्टी के लिए नहीं है सभी की यही स्थिति है
ऐसे ही अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए हमसे जुड़े रहे धन्यवाद
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